Friday, December 6, 2019

हैप्पी Five

पाँच वर्षो के राग को
पाँच पंक्तियों में व्यक्त करना मुमकिन नहीं
लेकिन शब्दों की माला से उम्दा
कुछ भावो की अभिव्यक्ति नहीं

यह मौका कुछ खास है
विवाह की पाँचवी वर्षगांठ है
इन वर्षो के अनुभव लाजवाब है
दो परिवारों का इसमें अभिदान है
एक दूसरे का साथ हो रहा बलवान है
समय की यही पहचान है
दोनों की एक दूजे पर छवि अंकित है
पर मीठी नोक झोंक की क्रिया भी नियमित है
यह एक ऐसा पड़ाव है
जहाँ से नए सफर की शुरुआत है

Monday, December 2, 2019

...

कुछ मोमबत्तियो से फिर विरोध होगा
सडको पर कही भीड़ का फिर आक्रोश होगा
संसद में एक विवाद यह भी होगा
महिला सुरक्षा पर विचार थोड़ा और भी होगा

सजा नई कोई तय होगी
न्याय की तारिख की बात भी होगी
पर अँधेरे से अब वो थोड़ा और डरेगी
भीड़ में जब भी अकेली होगी तो बेचैन रहेगी
विश्वास न किसी अजनबी पर न अपनों पर करेगी
हौंसला तो स्वयं पर रखेगी पर संदेह दुनिया पर करेगी

उसके स्वाभिमान का खंडन अब जो और होगा
उसकी स्वतंत्रता का हनन अब जो फिर से होगा
उसके ह्रदय की ज्वाला से फिर ऐसा विध्वंस होगा
संसार अपने ही अस्तित्व का फिर वैरी होगा