Wednesday, January 4, 2012

उम्मीद

एक उम्मीद तुम जीने की ले लो
चाहे मोल उसका दे दो |
मुस्कुराहटो से भरी एक उम्मीद
चाहे झूठी ही हो तुम ले लो |
एक जीने की उम्मीद तुम ले लो |

किसी कठिन डगर में
दिव्य सी मंजिल की उम्मीद तुम ले लो |
दुःख भरे मन में
सुख की उम्मीद तुम ले लो  |
एक जीने की उम्मीद तुम ले लो  |

गरजते हुए बदलो से
बारिश की उम्मीद तुम ले लो |
डूबती हुई नौका से
किनारे को छूने की उम्मीद तुम ले लो |
एक जीने की उम्मीद तुम  ले लो |

चारो तरफ बुराई में
एक अच्छाई की उम्मीद तुम ले लो |
फैले हुए अँधेरे में
उजाले की उम्मीद तुम ले लो |
एक जीने  की उम्मीद तुम  ले लो |

उम्मीद के दामन को थाम
मुश्किलें तुम सह लो |
उम्मीद के आँचल को ओड़
जीवन की धुप में तुम चल लो |
एक जीने  की उम्मीद तुम ले लो |


Tuesday, January 3, 2012

जो कभी साथ रहते थे हमेशा
मुलाकात होती है उनसे अब सालो में
जिनका कुछ मोल ही नहीं आँखों में
वो ही  रह रहे क्यूँ अब नज़रो में
जिनके होने की भी कभी खबर न थी
उनसे ही क्यूँ दुःख है अब जीवन में
याद जो हर वक़्त आते है
मुस्कान जो अधरों पर लाते है
कमी जो अपनी महसूस करवाते है
क्यूँ नहीं बस जाते वो हमारी ही दुनिया में