Friday, December 1, 2017

केवल महिलाए

हसीं ठिठोली किस्से कहानियो से गूंजता हुआ चलता हूँ  मैं
चटपटी मसालेदार गप्पो का गढ़ हूँ मैं 
पुरुषो के आकर्षण और कौतूहूल का कारण भी हूँ मैं 
एक प्रेमी जोड़े को अलग करने का दोषी भी हूँ मैं 
मैं हूँ मैट्रो  का पहला डिब्बा 
केवल महिलाओ का डिब्बा

कभी एक अदद सी सीट का इंतज़ार मुझ में है 
कही एक सुरक्षा का एहसास मुझ में है
रास्ता लम्बा हो या छोटा खिलखिलाहट मुझ में है 
क्यूंकि मैं हूँ मैट्रो  का पहला डिब्बा 
केवल महिलाओ का डिब्बा

साक्षी हु मैं इन देवियो की रंगीन दुनिया का 
दर्शक हु मैं नवीनतम फैशन का 
ज्ञानी हूँ सबसे नए गीतों का 
क्यूंकि मैं हूँ मैट्रो  का पहला डिब्बा 
केवल महिलाओ का डिब्बा

सुनी है मैंने कई गृहस्थ कलहे 
कितने विवाद मुझ में ही सुलझे  
साथी रहा कितनी ही चर्चाओं में 
क्यूंकि मैं हूँ मैट्रो  का पहला डिब्बा 
केवल महिलाओ का डिब्बा

सारे मनोभावो को पहचानता हूँ 
हर रस से भरपूर हूँ 
इंद्रधनुष की भाँति कई रंग स्वयं में समाकर चलता हूँ 
मैं  हूँ मैट्रो  का पहला डिब्बा 
केवल महिलाओ का डिब्बा