न धर्म में बटीं
न सरहद से रुकी
राखी हर पार चली ।
रंग बिरंगे धागो से
एक रिश्ते की डोर बंधी ।
भेंटों से सजी
वचनो में गठी
राखी की यह रीत चली ।
न सरहद से रुकी
राखी हर पार चली ।
रंग बिरंगे धागो से
एक रिश्ते की डोर बंधी ।
भेंटों से सजी
वचनो में गठी
राखी की यह रीत चली ।
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