जो अब तक था केवल संवाद में
कल हो जाएगा यथार्थ में
बदलाव की आवश्यकता से
अभिज्ञता का विजयोल्लास है
ये प्रतीक्षित परिणाम
उन्नति का उत्तरदायित्व हो
स्पर्धा न हो किसी से अब
मित्रता हो प्रगति से अब
स्पष्टता और निष्ठां
से नए भविष्य का निर्माण हो
और इस निर्णय से किसी की न हार हो ।
कल हो जाएगा यथार्थ में
बदलाव की आवश्यकता से
अभिज्ञता का विजयोल्लास है
ये प्रतीक्षित परिणाम
उन्नति का उत्तरदायित्व हो
स्पर्धा न हो किसी से अब
मित्रता हो प्रगति से अब
स्पष्टता और निष्ठां
से नए भविष्य का निर्माण हो
और इस निर्णय से किसी की न हार हो ।
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