Monday, August 15, 2011

dedicated to those little children who made me realise how easy life is for us


मन में है आरजू
इन आँखों के दर्द को कोई तो पड़ ले.
दिल में उठे तुफानो को कोई तो रोक ले
आँखों की चमक की
आवाज़ की खनक की
कोई तो फरियाद करे
उस भीगे हुए आँचल का मोल कोई तो समझे
उस मुस्कान के पीछे की तड़प को कोई तो देखे
उन मुरझाए हुई उमंगो को कोई तो अपनाए
उन खोए हुए तरंगो को कोई तो लौटाए
उस मायूसी  की कीमत कोई तो चुकाए
इन सवालो के जवाब  कोई तो दे जाए







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