जो कभी साथ रहते थे हमेशा
मुलाकात होती है उनसे अब सालो में
जिनका कुछ मोल ही नहीं आँखों में
वो ही रह रहे क्यूँ अब नज़रो में
जिनके होने की भी कभी खबर न थी
उनसे ही क्यूँ दुःख है अब जीवन में
याद जो हर वक़्त आते है
मुस्कान जो अधरों पर लाते है
कमी जो अपनी महसूस करवाते है
क्यूँ नहीं बस जाते वो हमारी ही दुनिया में
मुलाकात होती है उनसे अब सालो में
जिनका कुछ मोल ही नहीं आँखों में
वो ही रह रहे क्यूँ अब नज़रो में
जिनके होने की भी कभी खबर न थी
उनसे ही क्यूँ दुःख है अब जीवन में
याद जो हर वक़्त आते है
मुस्कान जो अधरों पर लाते है
कमी जो अपनी महसूस करवाते है
क्यूँ नहीं बस जाते वो हमारी ही दुनिया में
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