Thursday, December 6, 2018

७ दिसंबर

विवाह की इस चौथी वर्षगांठ पर
जीवन के इस सुन्दर पड़ाव पर
आज भेंट  में तुमको मैं अपने कुछ शब्द देती हूँ
तुम यह न सोचना की यह  उपहार  तो आसान है
बस ये जानना की यह तोहफा वो सारे एहसास  है
शब्दों में ढलकर  जिनकी खुशबू शायद कुछ तुम तक भी पहुंचे
और तुम्हारे साथ होने की ख़ुशी जितनी मुझको है
कुछ तुम्हारे दिल में भी महके
साथ होने से तुम्हारे मुस्कुराहटें जगमगाती है
और जब भी दूर हुई तुम्हसे तुम्हारी याद बहुत सताती है

जितना है तुमको अपना माना
उतना तो खुद को भी नहीं पहचाना



Tuesday, April 10, 2018

TGIF

गुरुग्राम के मौसम ने गुरुग्राम वासियो की चाल चली
और TGIF कहते हुए एक बड़ी सी मुस्कान भरी
शायद मौसम ने भी सोचा की शुक्रवार की हो सराहना
कारणवश आंधी तूफ़ान का स्वांग रचा
यह शुक्रवार इसलिए कुछ निराला हुआ
इंसानो के संग पेड़ और पौधे ने भी झूमने का मजा लिया
हवा भी कुछ यू मतवाली हुई
वीकेंड की मस्ती में सबकुछ ही उड़ा ले गई
जनजीवन को ट्रैफिक में फँसा
लोगो के वीकेंड फन का परिहास किया
सप्ताहांत का मज़ा इस बार प्रकृति ने  ज्यादा लिया
इंसान को घर में बैठा अपनी ताकत का परिचय दिया |