Wednesday, December 30, 2015

नववर्ष

नववर्ष का जश्न फिर शुरू हुआ
गत वर्ष ने यादो का नया पिटारा दिया

कही नई सीख कही पश्चाताप दिया
आगे बढ़ते रहने का उत्साह दिया

२०१६ का स्वागत  और अनोखा होगा
आने वाला साल और  भी आधुनिक होगा

कैलेंडर में जुड़ गया एक और साल
नए तजुर्बे से बंध गए जीवन के तार

आएंगे सारे त्योहार लेकर कुछ अलग बात
आएंगी ऋतुए दोबारा एक नई  ताज़गी के साथ

आने वाली सुबह और भी उजली होगी
मन की रौशनी की चमक नए साल में होगी